आज मैं एक यैसे शख्सियत से आपका परिचय कराने जा रहा हूं जो किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं, मैं बात कर रहा हूं एक सिंगर, एक एक्टर, एक होस्ट, और एक पॉलीटिशियन का जो बिहार और भोजपुरी का सम्मान ना सिर्फ देश में बढ़ाया बल्कि पूरे विश्व में गौरवान्वित किया है. भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी की जीवनी हिंदी में.

मनोज तिवारी जी का जन्म बिहार के कैमूर जिले के उत्तर बलिया गांव में 1971 ईस्वी में हुआ था.
उनके माता पिता का नाम ललिता देवी और चंद्र देव तिवारी था इनके 6 संतान थी.
मनोज तिवारी का परिवार माध्यम वर्गीय परिवार था, इस लिए इनका बचपन गरीबी में ही बीता बचपन में ही उनके पिता का साया उनके सिर से उठ गया था.
मनोज तिवारी की शिक्षा एवं रूचि
उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव में ही हुआ और वह हायर स्टडीज के लिए वह पास के शहर बनारस चले गए और वहां वे BHU में सोशियोलॉजी से B.A. और फिजिकल एजुकेशन से मास्टर किया.
संगीत में उनका बचपन से ही लगाओ था और वह रामलीला में बचपन में चौपाइयां पढ़ा करते थे. बनारस जाने के बाद भी संगीत के साथ उनका रुचि बना रहा.

संगीत के साथ साथ उन्हें क्रिकेट में भी दिल चस्पि थी, और कॉलेज के दिनों में भी वे BHU क्रिकेट टीम के कैप्टन भी हुआ करते थे.
कॉलेज पूरा करने के बाद वे 10 सालों तक भोजपुरी में लोकगीत गायक रहे और इसी दौरान उनकी शादी भी हो गयी.
मनोज तिवारी जी का भोजपुरी संगीत एवं सिनेमा जगत में योगदान.
वह आपने सिंगिंग कैरियर से काफी खुश थे अपने शानदार सिंगिंग और साफ-सुथरी छवि के कारण वह बिहार और आसपास के राज्यों में काफी प्रचलित थे.

उन के बहुत सारे गाने समाज सुधार पर भी आधारित है, इसी छवि को देखते हुए एक डायरेक्टर ने उन्हें एक मूवी में ऑफर दिया, पर मनोज ने इसे ना कह दिया पर वह डायरेक्टर हार नहीं माना और अंत में मनोज तिवारी ने हाँ काह दिया.
और आपको आश्चर्य होगा कि उनकी पहली मूवी ब्लॉकबस्टर साबित हुई या मूवी 2003 में आया था जिसका नाम ससुरा बड़ा पैसा वाला था.
द हिंदू के अनुसार इस मूवी की लागत 35 से 40 लाख थी और इसकी कमाई 450 लाख था यानी कि 45000000 अगर इस तरह देखा जाए इस मूवी ने 13 गुना ज्यादा फायदा दिया.

इस सफलता के बाद वह कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखें और बैक टू बैक बहुत सारे हिट मूवीस दिए, और इन्होंने एक मिथ्या को भी तोड़ा कि भोजपुरी इंडस्ट्री में बिना वल्गैरिटी के कोई फिल्म सफल नहीं हो सकती और इस तरह यह मूवी एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई.
बीबीसी ने 2005 में यह बोला था कि मनोज एक फिल्म करने के लिए 50 लाख तक लेते हैं.
मनोज तिवारी को भोजपुरी इंडस्ट्री का अमिताभ बच्चन भी कहते हैं क्योंकि उनको भोजपुरी भाषा पर बहुत अच्छा कमांड है.
मनोज तिवारी जी का राजनितिक जीवन.
बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि मनोज तिवारी ने 2009 में गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के सीट से एमपी का चुनाव योगी आदित्यनाथ के खिलाफ लड़ा था और वे उस में बुरी तरह हार गए थे फिर 2010 में वह बिग बॉस में बतौर कंटेस्टेंट आए.
इन्होंने बहुत सारे समाज सेवा और आंदोलन भी किये हैं, जैसे कि अन्ना हजारे के साथ और रामदेव जी के साथ का धरना.

शुरुआत में वे कांग्रेस से चुनाव लड़ते थे और अब अंत में ऑफिशियल बीजेपी को ज्वाइन कर लिया और उनको इसका फायदा भी हुआ वह 2014 में बीजेपी की सीट से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से एमपी बने.
मनोज तिवारी का व्यक्तिगत जीवन
मनोज के कुछ व्यवहार के कारण उनकी वाइफ उनसे बहुत खफा थी क्योंकि ऐसी अफवाह थी कि उनके और श्वेता तिवारी के बीच नजदीकियां बढ़ रही है.
इसी के साथ उनके परिवारिक परेशानियां बढ़ने लगी और 2011 में उनकी वाइफ ने तलाक की अर्जी डाल दी और 2012 में उनका तलाक हो गया.

अगर आपको उनके फैमिली के बारे में बताएं तो उनकी बेटी और ex-wife मुंबई में रहती हैं मां बनारस में रहती हैं और वह खुद दिल्ली में रहते है.
मैं मनोज तिवारी जी को बहुत शुभकामनाएं देता हूं उनके आगे के कैरियर के लिए.
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